Economics of Khadi | Gandhian Economics
Economics of Khadi: This book is the collection of articles on Khadi written by Mahatma Gandhi, appeared time to time in Young India and Harijan magazines

इकोनॉमिक्स ऑफ खादी भूमिका लेखक देशरत्न बाबू राजेंद्र प्रसाद, प्रकाशक-नवजीवन प्रेस कालपर अहमदाबाद। पृष्ठ संख्या ६२७ साथ में इंडेक्स। मूल्य ₹४
प्रस्तुत पुस्तक पूज्य गांधी जी द्वारा समय-समय पर यंग इंडिया वह हरिजन पत्रों में लिखे गए लेखों का संग्रह है।
उस समय की परिस्थिति में जबकि हिंदुस्तान व उसके बाशिंदों के लिए विधायक कार्यक्रम के सिवाय-जिसका की मुख्य स्तंभ खादी है-कोई दूसरा चारा नहीं वहां प्रत्येक देश भक्त कार्यकर्ता के हाथ में इस किताब का होना जरूरी था। खादी कैसे शुरू हुई; क्या क्या अड़चनें आईं; उनका क्या हल निकाला गया; व्यक्ति, समाज, देश व संसार के कल्याण के लिए क्या कुछ संदेशा लेकर वह अवतरित हुई थी इत्यादि बातों को पाठक इसमें पाएंगे। इसके अध्ययन से जो ज्ञान, स्फूर्ति, प्रेरणा व मार्गदर्शन प्राप्त होगा वह प्रत्येक देशभक्त के लिए एक अमूल्य निधि साबित होगी।
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