Skip to main content

Posts

Showing posts from June, 2024

How did Naturals Icecream Become a ₹ 300 Crore Brand

Walking in the streets of Matunga in Mumbai, one day I noticed a shop. At around 8 a.m., the staff members in the shop gathered at one place. I could see all this through a glass door. There was some kind of seminar going on. Someone inside was teaching something to the staff members. The name of the shop was 'Naturals'.  Some days back I read a blog post related to Naturals ice cream. The old memories came live. So I have decided to write a blog post about one of the emerging brands that I admire.  Naturals ice cream is named as one of India's top 10 brands for customer experience according to a KPMG survey.  Who started naturals icecream - The story of the founder  Naturals was founded by Raghunandan Srinivas Kamath. Shrinivas was the youngest son of his parents. His mother was a homemaker and his father was a fruit vendor.  Shrinivas was not a brilliant student. He would often accompany his father to the field and sell the fruits in the market. By this, he le...

सोने के गहने को साफ करने का घरेलू उपाय | How to clean gold ornaments in

नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको बताऊंगा कि आप सोने के जवाहरात व अंगूठी को कैसे साफ करें। महिलाएं अपने सोने को बहुत संभाल करके रखती हैं। संभाल कर के रखने की अवधि 10 से 30 वर्ष रहती है। इतने ज्यादा समय तक सोने को रखने पर वह मटमैला सा हो जाता है। धूल मिट्टी की वजह से सोने का चमकना कम भी हो जाता है। यदि आप पुनः सोने को साफ करके नया जैसा बनाना चाहते हैं तो आप यह पोस्ट पढ़ते रहें। मैं आपको अपने सोने की वस्तुओं को साफ करने का घरेलू उपाय बताऊंगा। क्योंकि यदि आप बाजार में सोना साफ करवाने के लिए जाते हैं तो बड़ी मुसीबत आती है। एक तो जौहरी आपसे इस चीज के कुछ रुपए मांगेगा। दूसरा आपको डर रहेगा कि कहीं जौहरी इसमें से सोने के टुकड़े को काटकर अपने पास रख न ले। इसलिए जरूरी है कि आप अपने सोने के गहनों को घर पर ही साफ करें। सोने को साफ करने का तरीक़ा | How to clean gold in Hindi सामग्री : सोडा, हल्दी, गर्म पानी सोने को साफ करने की विधि: १) 500ml पानी लेकर उसे उबाल लें २) इसमें दो चम्मच सोडा और आधी चम्मच हल्दी मिला दें ३) इसमें 5 मिनट तक सोने के जवाहरात व अंगूठी को डुबा कर रखें ४) 5 मिनट बाद पत...

सतीश चंद्र दासगुप्ता: एक अद्भुत रसायन वैज्ञानिक एवं गांधीवादी | Satish Chandra Das Gupta: biography of the forgotten chemist in Hindi

सतीश चंद्र दास गुप्ता का जन्म १४ जून १८८० को बंगाल में स्थित कूरिग्राम गांव के रंगपुर डिस्ट्रिक्ट में हुआ था। यह गांव अभी बांग्लादेश के इलाके में आता है।  सतीश जी बहुत गरीब परिवार में जन्मे थे। इनका देहांत २४ दिसंबर १९९० को ९९ की उम्र में हुआ था। सतीश जी महात्मा गांधी के सहयोगियों में सबसे आखरी तक जीवित रहने वाले व्यक्तियों में से एक थे। सतीश चंद्र दास गुप्ता ने अपना स्नातक / graduation अपने गांव से पूर्ण करने के बाद, रसायन विज्ञान विषय में स्नातकोत्तर / masters degree कोलकाता के Presidency College से १९०६ में पूर्ण की। इन्होंने यह डिग्री जाने-माने वैज्ञानिक आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय के मार्गदर्शन में पूर्ण की।  सतीश चंद्र दास गुप्ता और आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय के बीच में संबंध डिग्री पूर्ण करने के बाद यह आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय की लेबोरेटरी में ही काम करने लगे। सतीश की लगन को देखकर आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय ने इन्हें अपने ही स्थापित उद्योग में फैक्ट्री सुपरवाइजर का पद दे दिया। आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय की फैक्ट्री का नाम बंगाल केमिकल वर्क्स था। यहां पर श्री सतीश चंद्र दासग...

Thich Nhat Hanh on smile | Thay Biography

Sometimes your joy is the source of your smile, but sometimes your smile can be the source of your joy -Thich Nhat Hanh Thich Nhat Hanh Biography Thich Nhat Hanh is also called 'Thay' by his disciples. He is a Buddhist monk. He is the author of the book Peace is Every Step. Thich Nhat Hanh was born on October 11, 1926. He started practising spirituality when he was just seven years old. He became a Buddhist monk at the young age of 16. At first, his parents won't allow him to be a monk, since they thought that it is very difficult to be a monk. But later his parents agreed. Martin Luther King Jr was one of the important associates of Thay. From 1966 to 2005, when the war between America and Vietnam broke. Thay was not allowed to enter his native land. He had to live in exile for 39 years in America. Thay also asked Martin Luther King junior to denounce the war.  Thay is a practitioner of non-violence. He also preaches us to show compassion towards animals.  Through his orga...

How to set Goals in Life? 11 Practical Ways to Select Goals

This is the master guide to set goals in life. This post will use the reference of Dr APJ Abdul Kalam, the former President of Bharat. Because he had achieved Nobel laurels coming from humble beginnings.  This is this step by step guide to set goals in life. Step 1: What is the right question to ask?  While evaluating your aim, what should be the right questions to ask? Don't decide your goal by asking yourself 'what shall I become?' instead, ask yourself 'what shall I do'?  Why? Because several factors decide what you become. It is not in your hands to become something, say a certified doctor, engineer, lawyer or politician.  But, what you will be doing in the long run, is definitely in your hands.  If you are passionate about treating others with kindness, whether or not you have a certificate, you are a doctor.  Dr APJ Abdul Kalam decided very early that he will work in the field of flight. He aspired to become a pilot in the Indian Air force. He got 9t...

सूती कपड़ों में सिलवटें क्यों आती है? Why do cotton clothes shrink Hindi

आप लोगों ने अपने आसपास के ग्रामीण लोगों की कभी पोशाक देखी है? वे लोग मुख्यता धोती-कुर्ता ही पहनते हैं। यह जींस वगैरह तो आजकल के जमाने के लोग पहनते हैं, और इसे फैशन बताते हैं। चलो मैं यह मान लेता हूं कि आपने ध्यान से इन ग्रामीणों की पोशाक नहीं देखी है। परंतु आपने गांधी जी की पोशाक तो देखी ही होगी। वे घुटनों तक वाली धोती पहनते थे और ऊपर के शरीर  में बड़ा सा दुपट्टा ओढ़ते थे। उनकी पोशाक में आपको बहुत सिकुड़न दिखती होगी। इस सिकुड़न के मायने क्या हैं? क्या यह सिकुड़न किसी भी मामले में गलत है? नहीं। आपके कपड़ों में यदि सिकुड़न आ जाती है, तो यह इस बात का परिचायक है कि आपके कपड़ों में कपास की मात्रा अधिक है। पॉलिस्टर के कपड़ों में सिकुड़न नहीं आती है। ऐसा क्यों है? ऐसा इस वजह से है क्योंकि पॉलिस्टर का कपड़ा एक प्रकार से प्लास्टिक होता है और प्लास्टिक सिकुड़ता नहीं। प्लास्टिक तो वैसा ही ढल जाता है जैसा हम चाहते हैं। कपास या सूत के साथ ऐसा नहीं है। यह तो भगवान के दिए हुए तत्व है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पॉलिस्टर को हम कपास जैसा बनाना चाहते हैं।  अंग्रेजी में एक शब्द है टेक्सचराइजेश...

सेठ की तरह धोती बांधना सीखें | How to tie a Dhoti in Seth style Hindi

१) धोती का लंबा सिरा अपनी कमर पर रखें। स्वयं बीचो-बीच खड़े रहें। लंबाई में दोनों कोनों को हाथ से पकड़ कर आपस में मिला लें। हाथों को धोती के सिरों पर सरकाते हुए अपनी कमर के पास लाएं।  कमर की मोटाई के अनुसार जो दो नए सिरे मिले हैं, उन दोनों की दो गठानें बांध लें।  २) पीछे की तरफ नीचे लटके हुए भाग को सामने की तरफ से ऊपर उठकर उपरोक्त गांठ में फसा लें। (धोती की लंबाई यहां से ऊपर नीचे की जा सकती है।) ३) बाईं तरफ सामने का मुक्त कोना पकड़कर, आगे से पीछे की तरफ तिल्लियां (तर्जनी और अंगूठे के सहारे) बना कर, (कमर आने से पहले दो हाथ की दूरी छोड़ देना) इन्हें पकड़ कर बाईं जांघ के अंदर से निकालकर पीछे कमर के केंद्र में फंसा लें।  ऐसा ही दाहिनी ओर दोहराएं।  ४) अब पीछे से हाथ फेरते हुए सामने की तरफ लाने पर दो नए मुक्त कोने मिलेंगे।  इनकी भी आगे से पीछे की तरफ तिल्लियां बनाकर, सामने की तरफ फसा लें (सजा हुआ किनारा सामने से दिखाएं।)   यह पहनने पर राजाओं जैसी शाही धोती लगेगी। Loading…

Who was Thoreau? Impact of Thoreau's philosophy on Gandhi

We were reading about an American pacifist - Richard Barlett Gregg when we came to know that Martin Luther King jr was influenced by Richard's pacifism. Martin Luther King jr was inspired particularly by 5 books. Those are as follows;  My Experiments with Truth by Mahatma Gandhi Gandhi biography by Fischer  Civil Disobedience by Thoreau  Rauschenbusch on the social gospel Power of non-violence by Richard B Gregg  Gandhi and Gregg are closely related. We already know much about them. So we decided to find out about Thoreau. We did a bit of research about him. Henry David Thoreau was born in 1817 in Boston, USA. He attended Harvard in 1833. He was influenced by Ralph Waldo Emerson.  He wanted to learn about transcendentalism, that is spirituality. To practice spirituality, he decided to live alone in a forest.  In 1845, Thoreau rented space from his Guru, Ralph Waldo Emerson. He writes about his experience in the book Walden.  The space where Thoreau re...

कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती - कविता | Koshish Karne Walon ki Haar Nahin Hoti

आप लोग जब कभी भी कोई विशेष परीक्षा की तैयारी करते हैं तब आपके माता-पिता या फिर शुभ-चिंतक चाहते हैं कि आप वह परीक्षा पास कर लें। वे आपको अनेक प्रकार से प्रेरणा भी देते हैं। उनकी प्रेरणा पर आधारित यह कविता आपके लिए। लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती नन्ही चींटी जब दाना लेकर चलती है चढ़ती दीवारों पर, कई बार फिसलती है मन का विश्वास रगों में साहस भरता है चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना फिर न अखरता है। आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है, जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है मिलते न सहज ही मोती गहरे पानी में बढ़ता दूना उत्साह इसी हैरानी में मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती असफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो जब तक न हो सफल, नींद चैन को त्यागो तुम संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम कुछ किए बिना ही जय-जय कार नहीं होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती क्या आप जानते हैं कि एक चींटी अपने वजन से ६० गुना ज्यादा वजन तक उठा लेती है।...

सागर का जल क्षार क्यों? Sagar ka jal chhar kyon, Acharya Shri Ke Dohe

सागर का जल क्षार क्यों सरिता मीठी सार बिन श्रम संग्रह अरुचि है रुचिकर श्रम उपकार Sagar ka jal chhar kyon Sarita meethi saar Bin shram sangrah aruchi hai Ruchikar shram upkar आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के द्वारा ये पंक्तियां बड़ी ही मार्मिक हैं। आपको समझने में थोड़ा समय लग सकता है। परन्तु एक बार समझ में आ जाये तो आप इसका रस ले सकते हैं। उपर्युक्त कविता का भावार्थ: बताइए कि सागर (समुद्र) का जल खारा क्यों होता है? और नदी का जल मीठा क्यों होता है? कुछ तो बात होगी ही। सागर को जब हम देखते हैं तो पाते हैं कि वह रुका हुआ रहता है। और हम जब नदी के ऊपर दृष्टि दौड़ाते हैं तो देखते हैं कि वह चलती हुई रहती है। और एक बात, सागर हमेशा-हमेशा पानी को इकट्ठा करता रहता है। उसका पानी कोई भी प्राणी पीना पसंद नहीं करता है। जबकि, इसके विपरीत, नदी का पानी निरंतर बहता रहता है, सो सभी के पीने योग्य बन उठता है।  इसलिए सागर का जल खारा होता है एवं नदी का जल मीठा। हम इससे क्या सीख सकते हैं? हम इससे यह सीख सकते हैं कि हमें कभी भी बिना श्रम किये नहीं रहना है। और बगैर श्रम संपत्ति इकट्ठा करने वाला व्यक...

Is Ayurveda safe? History and Facts about Ayurveda

What is Ayurveda? Ayurveda is considered to be the oldest healing science. Ayurvedic treatment includes medicines, special diets, meditation, yoga, massage, changing daily routine etc. Medicines typically include simple herbal compounds, minerals, and metal substances (Gold and silver etc).  Ayurvedic Gurus There are various legendary accounts of the origin of Ayurveda, that its knowledge was received by Dhanvantari. Many ancient works on Ayurveda are lost to posterity. Some estimated works include Charaka Samhita, Sushruta Samhita, and Vagbhata's Astanga Hrdayam. It believes that if your mind, body, and spirit are in harmony with the universe, you have good health. When something disrupts this balance, you get sick. Among the things that can upset this balance are injuries, emotions, climate and seasonal change, and your age. The Three Dosas Ayurvedic students believe that the human body is formed of three doshas. They control how your body functions. They are Vata dosha, which r...

Importance of punctuality in Hindi | हमारे जीवन में समय पाबंदी की क्या उपयोगिता है?

आप लोग दूरदर्शन पर कोई नाटक देखते होंगे। आपको पता है कि आपका मन पसंदीदा नाटक रात को ठीक आठ बजे प्रसारित होता है। अब मान लीजिए कि एक रात आप ताम-झाम करके नाटक देखने को बैठे। और वह नाटक उस रात प्रसारित ही नहीं हुआ तब आपको कैसा लगेगा?  मान लीजिये अगले दिन वही नाटक सुबह ११:०० बजे प्रसारित हुआ और तब आप किसी कार्य में व्यस्त हैं, तो आपको कैसा लगेगा? अब यह तो रही नाटक की बात। नाटक तो पुनः प्रसारित होते रहते हैं। पर, जो कार्य आपको प्रयत्न पूर्वक करना पड़ता है उसका क्या? उसमें तो ऐसी लेट-लतीफी की कोई गुंजाइश नहीं है। जिस समय आप अपनी दुकान खोलते हैं, रोज ‌उसी समय खोलें तब तो ठीक है। परन्तु, इसके उलट आप किसी भी समय अपनी दुकान खोलें और कभी भी बंद कर दें, तो क्या ग्राहक आपसे प्रभावित होगा? क्या उस ग्राहक को कभी आप पर भरोसा होगा? और भरोसे के बिना क्या कभी आपकी दुकान चल सकती है? ऐसा कौन सा जाना-माना अभिनेता जो समय पाबंद भी है? आप सभी अक्षय कुमार को तो जानते ही होंगे। ये भारत के जाने-माने अभिनेता हैं। एक बार एक साक्षात्कार में इनसे पूछा गया कि "आपकी सफलता का राज क्या है?" जवाब मिला "समय...

Why so Serious? Joker Wallpaper, Free Download

Click on the picture for higher resolution. You can download these wallpapers for free. This wallpaper will make you smile. Joker in Batman film says why so serious. This dialogue is quite motivating. This wallpaper will remind you, there is nothing to get serious about, then why not smile. Being a villain also, the joker has done a good job to motivate us to smile more. His dialogue, 'why so serious' will be remembered for decades. Download these images and set them as your Android wallpaper. They will definitely motivate you. Keep smiling.