जेराजानी विठ्ठलदास जी ने भारतीय स्वतंत्रता की लड़ाई में मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने खादी को बेचकर गांधी जी की बड़ी मदद की। गांधी जी को श्री जेराजानी विठ्ठलदास से खादी बिक्री के लिए काफी उम्मीदें थी। जेराजानी विठ्ठलदास मुंबई खादी भंडार की देखभाल करते थे। इनकी विशेषता यह थी कि यह बड़े बिक्रीकार थे।
प्रस्तुत किताब जेराजानी जी ने आत्मकथा के रूप में लिखी। इसलिए यह किताब बढ़ी रोचक है। खादी की कहानी: यह किताब इतिहास में Khadi sales से संबंध रखती है। २० वीं सदी में कैसे खादी विक्रय होता था, यह समग्र बातें Story of Khadi में दी गई हैं।
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