सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत् ॥
यहां पर प्रयुक्त "सर्वे" शब्द का हिंदी में अर्थ होता है "सभी"
भवन्तु का अर्थ होता है : होना
सुखिनः का अर्थ है : सुखी
अर्थात सर्वे भवन्तु सुखिनः का अर्थ हुआ : "सभी सुखी होवें"
इसके बाद सन्तु का अर्थ होता है : रहें
निरामयाः का अर्थ होता है : निरोगी
इस प्रकार सर्वे सन्तु निरामयाः का अर्थ हुआ : "सभी निरोगी रहें"
इसके बाद भद्राणि का अर्थ होता है : कल्याण
पश्यन्त का अर्थ होता है : देखना
इस प्रकार सर्वे भद्राणि पश्यन्तु का अर्थ हुआ : "सभी कल्याण देखें"
इसके बाद मा का अर्थ होता है : नही
कश्चिद् का अर्थ होता है : कभी भी
दुःखभाग्भवेत् का अर्थ होता है : दुख का भागी होना
इस प्रकार मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत् का अर्थ हुआ : "कभी भी दुख के भागी न हों"
तो
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत् ॥
सर्वे भवन्तु सुखिनः श्लोक का भावार्थ हुआ :
सभी जीव सुखी होंवे; सभी जीव निरोगी रहें
सभी जीव कल्याण देखें; किसी भी जीव को दुख का भागी न होना पड़े।
सर्वे सन्तु निरामयाः का स्पष्टीकरण
संसार में मुख्यतः तीन रोग कहे गए हैं। जन्म, जरा और मृत्यु। यानी की जन्म, बुढ़ापा और मरण यह रोग संसारी जीव के साथ हमेशा से लगे हुए हैं। इस प्रकार सर्वे सन्तु निरामयाः का अर्थ हुआ कि संसारी जीव नहीं बनना मुक्त जीव बनना, जिससे यह तीनों रोग नहीं लगे।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु का स्पष्टीकरण
वैसे तो सर्वे भद्राणि पश्यन्तु का अर्थ सभी जीव कल्याण देखें बैठता है। पर इसका स्पष्टीकरण हो सकता है कि सभी जीव एक दूसरे का कल्याण देखें। या सभी जीव एक दूसरे का मंगल देखने की आशा रखें।
इसका एक और स्पष्टीकरण हो सकता है कि सभी जीवो का कल्याण हो। या सभी जीव मुक्ति के साक्षी बने।
Sarve bhavantu sukhina in English
May all sentient beings be at peace,
may no one suffer from illness,
May all see what is auspicious/may all attain salvation,
may no one suffer.
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