आपने बचपन में तीतर और लोमड़ी की कहानी तो सुनी ही होगी? और कुत्ते और भेड़िया की कहानी भी सुनी होगी? यह सब कहानियां रोचक होने के साथ-साथ कोई सीख भी देती थीं।
आप इन्हें पंचतंत्र की कहानियों के नाम से जानते थे। चूंकि मैंने पंचतंत्र की सभी कहानियां अभी तक नहीं पढ़ी हैं, इन कहानियों में से कुछ कहानियां पंचतंत्र की हो सकती हैं। 'हो सकती है' क्योंकि लिओ टॉलस्टॉय, जो प्रस्तुत किताब के लेखक हैं, हिंदू सभ्यता के जानकार एवं प्रशंसक थे। दूसरी ओर प्रस्तुत किताब में कुछ कहानियां ईसप की कहानियां मे से ली गई हैं। इन्हीं कहानियों को प्रख्यात रूसी लेखक लिओ टॉलस्टॉय ने अपने अंदाज में लिखा है। पाठक इन कहानियों का मतलब अपनी अपनी बुद्धि के हिसाब से निकाल पाएगा।
१८७२ में लियो टॉलस्टॉय ने 'नोवाया अजबुका' नाम से यह पुस्तक बच्चों के लिए प्रस्तुत की थी। यह कहानियां बच्चों की कल्पना शक्ति को बढ़ाने का सशक्त साधन है। Novaya Azbuka का अनुवाद: Tolstoy's ABC book of short stories/Primers for Children नाम से भी प्रख्यात है।
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