चिंता ते चतुराई घटे, दु:ख से घटे शरीर।
लोभ करन लक्ष्मी घटे, कह गये दास कबीर।।
चिंता से चतुराई घटे,
घटे रूप और ज्ञान,
चिंता बड़ी अभागिनी,
चिंता चिता समान,
तुलसी भरोसे राम के, निश्चिंत होई के सोए,
अनहोनी होनी नहीं, होनी होए सो होए।
Chinta Chita Saman in english
Chinta se ghate chaturai, Dukh se ghate sharir, Lobh se ghate laxmi, Kah gaye das Kabir.
Chinta se chaturai ghate
ghate rup aur gyan
chinta badi abhagini
chinta chita saman
tulsi bharose ram ke nischint hoyi ke soye
anhoni honi nahi honi hoye so hoye!
चिंता से चतुराई घटे meaning in Hindi
भावार्थ: कहा भी गया है
चिता जलाए मानव लाश
चिंता करती जीवन नाश।
यह दोहा आपको याद दिलाने के लिए है कि चिंता करने से आपकी बहुत हानि है।
मैंने अपने जीवन में भी है अनुभव किया है। चिंता करने से वजन कम हो जाता है। चिंता एक दीमक के समान है जो शरीर की भी क्षति करती है।
चिंता करने से दिमाग की भी क्षति होती है।
इससे बचने के लिए व्यक्ति को कम से कम भावना योग तो करना ही चाहिए।
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