नमस्कार दोस्तों यह पोस्ट उन लोगों के लिए है जो कंप्यूटर की दुनिया में बहुत नए हैं। कुछ लोग कंप्यूटर का नाम सुनकर ऐसे घबराते हैं जैसे कि इसको चलाने में बहुत दिमाग की जरूरत पड़ती है।
पर आपको मैं बता दूं कि कंप्यूटर चलाने में बिल्कुल अकल की जरूरत नहीं पड़ती है। यह काम उतना ही आसान है जितना कि एक स्विच से हम बल्ब या पंखा चालू कर देते हैं।
कंप्यूटर के हिस्से।
आजकल कंप्यूटर कई तरीके के होते हैं। आप यदि यह जानकारी मोबाइल से पढ़ रहे हैं तो मोबाइल भी एक प्रकार का कंप्यूटर ही है। यदि आप यह जानकारी लैपटॉप या टैबलेट में पढ़ रहे हैं, तो ये भी एक प्रकार के कंप्यूटर ही हैं।
कंप्यूटर में मुख्यता ४-५ हिस्से देखने में आते हैं। एक होता है मॉनिटर, दूसरा कीबोर्ड, तीसरा माउस, चौथा सीपीयू, और पांचवा प्रिंटर।
- मॉनिटर: जिस स्क्रीन पर आप कंप्यूटर में चीजें देखते हैं उसको हम कहते हैं मॉनिटर।
- कीबोर्ड: जिससे आप कंप्यूटर पर चीजें लिखते हैं उसको कहते हैं किबोर्ड या कीपैड।
- माउस: माउस के जरिए आप कंप्यूटर में चीजों को इशारा करते हैं।
- सीपीयू: यह आप समझ लीजिए कि कंप्यूटर का गोदाम है। इसमें कई चीजें रहती हैं, कई मिनी सर्किट से लगे रहते हैं, जिसके जरिए कंप्यूटर का पूरा काम चलता है।
- प्रिंटर: इसके जरिए आप कंप्यूटर में हो रही गतिविधि को कागज पर निकाल सकते हैं।
कंप्यूटर के प्रयोग
कंप्यूटर को हम कई मामलों में प्रयोग कर सकते हैं।
जैसे कि पढ़ने-लिखने के लिए, गेम खेलने के लिए, मूवी देखने के लिए, एक-समान शब्द लिखने के लिए, गणित के जोड़-घटा करने के लिए, फोटो या वीडियो देखने के लिए आदि-आदि।
गूगल सर्च कैसे करते हैं?
अब कंप्यूटर चालू करने के बाद सबसे अधिक काम होता है गूगल सर्च करने का। इसको कैसे करते हैं? गूगल का एकमात्र काम आपको जानकारी देने का है।
यह जानकारी लिखित रूप से भी मिलती है और वीडियो रूप से भी।
इस उपभोक्तावादी दुनिया में अब चीजें बहुत आसान हो चुकी हैं। आपको कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
आप गूगल पर कुछ भी डालें, यह आपको उससे संबंधित परिणाम लाकर सामने रख देता है।
क्या गूगल में सर्च करने पर सभी जानकारियां सच-सच आती हैं?
ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो यह कह देंगे कि गूगल पूरी सत्यता के साथ आपको परिणाम दिखाता है। पर मैं इसे नहीं मानता हूं।
गूगल आपको वही चित्र दिखाता है जो चित्र आपको पूरा संसार दिखाना चाहता है। उदाहरण के तौर पर आप यह कोरोनावायरस ही ले लीजिए। आप गूगल पर टाइप करके देखें कि कोरोनावायरस एक स्कैम है, तो यह आपको उसके संदर्भ में कोई भी सर्च नहीं दिखाएगा। उल्टा यह आपको सरकार की तरह डरायेगा ही।
इसका मतलब यह है कि गूगल आपको जो परिणाम दिखाता है वह पूर्णता सत्य नहीं होते हैं। गूगल अपने हिसाब से इन परिणामों को बदलता रहता है। तो आपको गूगल पर पूरा विश्वास नहीं करना चाहिए।
यदि गूगल आपको सही जानकारी नहीं दिखाता है, तो फिर कौन सा सर्च इंजन दिखाता है? इसके बारे में मुझे भी नहीं पता है, क्योंकि ज्यादातर तो मैं गूगल ही इस्तेमाल करता हूं।
क्या कंप्यूटर चलाना कठिन है?
नहीं, कंप्यूटर चलाना बिल्कुल भी कठिन नहीं है। बस जरूरत है आपको आत्मविश्वास की। मैं जब कक्षा नौवीं दसवीं में था तब मेरा एक मित्र कहा करता था कि मेरे को गूगल चलाना नहीं आता है। मैंने उसको बस यही कहा कि गूगल में चलाने जैसा कुछ है ही नहीं।
बस आपको उस पर यही लिखना रहता है कि आपको किस चीज से संबंधित जानकारी चाहिए है। गूगल आपको जानकारी सामने रख कर दे देता है।
क्या आजकल के जमाने में हमें कंप्यूटर या गूगल की जरूरत है?
जरूरत तो है, पर यह नहीं कह सकते कि इनके बिना हमारे जीवन का काम ही नहीं चल सकता है।
यूट्यूब पर मैं एक वीडियो देख रहा था जिसमें अभिनेता आमिर खान कह रहे थे कि उन्होंने करीब ३ महीने से मोबाइल नहीं देखा है ना ही इसका इस्तेमाल किया है। इससे उनकी कुशलता में वृद्धि हुई है।
यह बिल्कुल जरूरी नहीं है कि आपको कंप्यूटर चलाना या मोबाइल चलाना आना ही चाहिए। क्योंकि यह चीजें चलाने की नहीं हैं, यह चीजें स्वतः ही चलती रहती हैं। इनको चलाने के लिए कोई कुशलता की आवश्यकता नहीं है।
मैंने तो यह भी सुना है कि जो लोग निठल्ले होते हैं उनके पास काफी सुंदर-सुंदर मोबाइल फोन हुआ करते हैं।
क्या कंप्यूटर चलाने से समय बर्बादी होती है?
देखा जाए तो अत्यधिक मामले में कंप्यूटर व मोबाइल फोन चलाने में समय की बर्बादी तो होती ही है। पर कई लोग यह मोबाइल फोन या लैपटॉप का सही इस्तेमाल भी करते हैं। आप भी कर सकते हैं। मोबाइल फोन पर यदि आपको कुछ करना ही है तो अच्छी किताबें पढ़ें, सतरंज सरी के गेम खेलें, प्रेरणादाई वीडियोस देखें, इत्यादि।
आशा है कि आप कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल फोन का अच्छा इस्तेमाल करेंगे, जिससे आपके ज्ञान में वृद्धि होगी। यदि ऐसा होता है तो ही आपका कंप्यूटर का इस्तेमाल करना सफल रहेगा।
धन्यवाद।
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