ऐमॉन: तुम पीते नहीं हो। तुम्हारा स्वयं पर बस चलता है, यही तुम्हारी शक्ति है।
ऑस्कर: तुम्हें क्या लगता है कि यह लोग हमसे इसलिए डरते हैं कि वह हमारे बस में है?
ऐमॉन: वे इसलिए डरते हैं क्योंकि हमारे पास उनको मारने की शक्ति है।
ऑस्कर: वह हमसे इसलिए डरते हैं क्योंकि हम किसी को भी मनमर्जी से मार सकते हैं।
किसी ने अपराध किया अपराध के उपरांत व्यक्ति को मार दिया जाए तो हमें अच्छा लगता है। यदि उसको मारने वाले हम स्वयं हो तो और भी अच्छा लगता है।
पर, यह न्याय है, शक्ति नहीं।
शक्ति तो तब है जब हमारे पास व्यक्ति को मारने के लिए सभी तरह के न्याय मौजूद हों, उसे तब हम बख्श दें, इसे शक्ति कहेंगे।
पहले के राजा-महाराजा शक्तिशाली होते थे।
एक चोर चोरी करने के बाद राजा के सामने लाया जाता है। वह अपनी जान की भीख मांगता है। उसे पता है कि उसे अब मरना ही है। पर, राजा चोर को छोड़ देता है। वह किसी नालायक के ऊपर तलवार चलाना नहीं चाहता है। इसे शक्तिशाली होना कहते हैं।
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