नोट: प्रस्तुत लेख २०२०-२०२१ का है। महंगाई के हिसाब से आप हथकरघे की सूती साड़ी की कीमत में कम-बढ़ का अंदाजा लगा सकते हैं।
नमस्कार दोस्तों, आज मैं आपको बताने वाला हूं की हथकरघे की सबसे सस्ती साड़ी के दाम क्या होने चाहिए।
पुराने जमाने में यह हथकरघे की साड़ियां बड़ी ही प्रचलित हुआ करती थी। ऐसा इस वजह से क्योंकि घर-घर तब हथकरघे ही चला करते थे। आप ऐसा समझ लीजिए जैसे आज के जमाने में कंप्यूटर घर-घर हैं वैसे ही उस जमाने में हथकरघे घर-घर रहते थे।
पर आज हम अपने प्राचीन काल को भुला चुके हैं। ऐसा काल जब घर-घर रोजगार हुआ करता था।
मैं आपको यह सब इस वजह से बता रहा हूं क्योंकि आप में से बहुत लोग हथकरघे के विषय में जानते भी नहीं होंगे। कुछ लोगों ने तो यह नाम सुना ही पहली दफा होगा।
देखा जाए तो आप लोग भी इतने खराब नहीं हैं। आप लोग भी हाथ से बनी हुई चीजों की कीमत समझने लगे हैं। अब चाहे वह आप विदेशी प्रभाव में आकर ही क्यों न समझने लगे हों।
विदेशी प्रभाव से मेरा क्या मतलब है? मतलब हमारे समाज के अमीर वर्ग के घरों में आज लुइ विट्टों जैसे नाम बड़ी आसानी से सुनाई दे जाते हैं। जिनके हैंडबैग लाखों में आते हैं। और यह सभी ब्रांड अपनी चीजों को क्या कह कर बेचते हैं? वे यही कहकर अपनी चीजों को बेचते हैं कि यह सब हस्त निर्मित हैं।
हम भारतीयों को विदेशियों की हस्तनिर्मित चीजें तो बड़ी पसंद आती है पर स्वयं के यहां की हस्त निर्मित चीजें का कोई मूल ही नहीं समझते हैं।
खैर छोड़िए इन सब बातों को। आते हैं मुख्य मुद्दे पर की एक साधारण सी सूती साड़ी को हथकरघे पर बनाने पर उसकी कीमत क्या होनी चाहिए।
मैं आपको यहां पर प्रत्येक प्रक्रिया में लगने वाली लागत के हिसाब से बताऊंगा की कीमत कितनी होनी चाहिए।
चलिए तो फिर देखते हैं।
एक किलोग्राम सूती धागे की कीमत है ₹५००। अभी यह सूती धागा कैसा भी हो सकता है। यह चरखे से भी उत्पन्न हो सकता है या फिर मिलों में भी उत्पादन किया जा सकता है। लगभग ₹५०० हम इसकी कीमत मानते हैं।
एक साड़ी में यह पूरा एक किलोग्राम का धागा थोड़े ही ना इस्तेमाल हो जाएगा। एक साड़ी में लगभग ६०० ग्राम का धागा इस्तेमाल हो जाया करता है। तो ६०० ग्राम के धागे की कीमत ₹३०० हो जाएगी।
अब साड़ी को आप पर सफेद थोड़े ही ना बनाओगे। इसको रंगना भी तो पड़ेगा। तो इसको रंगने की कीमत होती है लगभग ₹१००। यह सब आपको मैं बाजार की कीमत के सापेक्ष में ही बता रहा हूं।
साड़ी बनाने से पहले साड़ी का ताना बनाना भी जरूरी होता है। ताने और बाने से मिलकर ही तो साड़ी बनती है। जहां बाना बनाना इतना मुश्किल नहीं होता है जितना कि ताना।
तो एक साड़ी के हिसाब से ताना एवं ताना बीम की कीमत हम मान सकते हैं ₹१००।
अब सब कुछ तैयार है, पर साड़ी बनाएगा कौन? सही कहा, एक बुनकर ही साड़ी को बनाएगा। तो उस बुनकर की दिन की तनख्वाह होती है लगभग ₹३००। और एक सादा सी साड़ी को बनाने में एक ही दिन लगता है।
तो आइए हम ऊपर के सब भागों को जोड़ देते हैं।
३०० (धागा) + १०० (रंगाई) + १०० (ताना) + ३०० (बुनाई) = ८००
तो एक सादा सी साड़ी को बनाने का पूरा खर्चा लगभग आता है ₹८००।
और कम से कम आता है ₹७००। यदि इससे भी सस्ती आपको कहीं पर हथकरघे की साड़ी मिल रही है तो आप समझ लीजिए कि यह हथकरघे कि ना होकर मिल की साड़ी है।
यहां पर एक सामान्य सूती साड़ी की बात की गई है जिसकी लंबाई लगभग ६ गज हुआ करती है।
इस पोस्ट को पढ़ने के बाद अब आप कपड़ों के मामले में एक जागरूक ग्राहक बन सकते हैं।
यहां पर मैंने जो भी बताया है, यह सब मैं अपने मन से नहीं बताया है। यह एक देवल नाम के यूट्यूबर द्वारा बताया गया है। इन देवल जी को हथकरघा के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है।
प्रस्तुत है उनका वह वीडियो जिसमें वे हथकरघे की साधारण सी साड़ी की कीमत बताते हैं।
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