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जैन धर्म में प्रसन्नता | How to always be happy: the Jain way

भगवान बनने से पहले भगवान को अनंत सुख प्राप्त हो जाता है। इसलिए भगवान बनने की प्रक्रिया में हमें प्रसन्न रहना सीख लेना चाहिए। इसके लिए छुल्लक जी ने एक सूत्र दिया था। भावना योगसूत्र  मुझे सदा प्रसन्न रहना है।  आपको लग रहा होगा यह तो कितना छोटा सा सूत्र है। आज दिनभर को विचारिए और सोचिए कि आप कितनी बार अप्रसन्न रहे। आप अप्रसन्न क्यों हुए हैं? मानिए आज आपको भोजन नहीं मिला। या कोई दुख उदय में आया। उदय में आया सो कट गया समझो। एक प्रकार से कर्जा चुक गया। तो ये बात भी तो हर्ष की है। मेरा ही पूर्व कर्म का उदय था सो कट गया। संयम के साथ उस कर्मोदय को सह लीजिए, तो अब आगे नहीं आयेगा। यदि ऐसा नहीं कर पाते हैं तो अपने आप को punishment दीजिए। नौ‌ बार महामंत्र पढूंगा या एक का सिक्का दान करूंगा या दोनों ही करूंगा। आगे से फिर हर स्थिति में खुश रहूंगा। दो बातें हैं परिस्थिति और मन:स्थिति। परिस्थिति की अनुकूलता जब आपके हाथों में नहीं है तो उपर्युक्त प्रकार सोच विचार कर हमेशा प्रसन्न रहिए, आनंदित रहिए। आचार्य श्री का हायकू: कम से कम, स्वाध्याय का वर्ग हो, प्रयोग काल।
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IGNOU project synopsis front page

Guys, the first question is that is it required at all to make cover page for Synopsis submission at IGNOU. So, the answer is no. It is required to attach front page with final project report though. Only proforma will suffice the requirement. But, if you are really trying to impress the approver and your guide then your front page should stand out.  You can use your imagination for that. We will also give you the format of front page of IGNOU project synopsis.  Here's an example of an attractive front page of IGNOU project proposal. Similar to this you can make to impress the synopsis approver.

Blog क्यों YouTube से बेहतर है | Blogging vs YouTube

क्यों Blogging का future अच्छा है? लोगों को कुछ ना कुछ संग्रह करने के लिए चाहिए होता है। वह youtube पर मूकमाटी के प्रवचन श्रृंखला सुनने से ज्यादा मूकमाटी पर लिखी किताब को पढ़ना prefer करेंगे।  इससे समय और डाटा (या पैसे)  दोनों बचते हैं। Benefit of reading  स्वयं कोई पुस्तक पढ़कर ही आप अच्छे प्रवचनकार बन सकते हैं। मात्र देखने सुनने से नहीं। Why are physical paperback books better than any of these (logically)? Blog और youtube से बेहतर एक physical किताब होती है। कारण वही है कि लोगों को कुछ ना कुछ संग्रह करने के लिए चाहिए।

आमद कम | Amad Kam kharcha jyada

आमद कम खर्चा ज्यादा लक्षण है मिट जाने का। कूबत कम गुस्सा ज्यादा लक्षण है पिट जाने का।। कूबत का अर्थ  कूबत का अर्थ है कि शक्ति या बल आमदनी अठन्नी और खर्चा यदि रुपया होगा तो व्यक्ति बेशक दिवालिया होगा। और व्यक्ति दुर्बल होकर भी ज्यादा गुस्सा करेगा तो नश्चित वह पिटेगा या हार जाएगा। इसलिए व्यक्ति को अपना कार्य अपने सामर्थ्य को मद्देनजर खते हुए करना चाहिए।

Uttam Kheti madhyam baan

उत्तम खेती, मध्यम बान। नीच चाकरी, भीख निदान।। अथवा उत्तम खेती, मध्यम बान। नीच चाकरी, कुकर निदान।। निदान, का अर्थ क्या है? निदान का अर्थ किसी वस्तु को पाने की तीव्र इच्छा चिंतन करना। वह समय से मिलती तो है, पर स्वरूप उसका खराब होता है। Uttam kheti madhyam baan Neech chaakri, bheek nidan  Or Uttam kheti madhyam baan Neech chaakri, kooker nidaan. ऐसा क्यों कहा गया कि उत्तम खेती मध्यम बान नीच चाकरी भीख निदान? खेती करना उत्तम क्यों? अंतर धन सृजन बनाम धन अधिग्रहण में है, जिसका अर्थ है उत्पादन बनाम किसी अन्य व्यक्ति से अधिग्रहण। खेती सब से बेहतर है क्योंकि यह प्राप्त मात्रा की दृष्टि से सर्वोत्तम परिणाम देती है। खेती में सबसे अच्छा आरओआई है, बोए गए 1 बीज से कम से कम 50 फल प्राप्त हो सकते हैं। 50 गुना आरओआई। कौन सी अन्य स्ट्रीम इतनी अधिक ROI दे सकती है? The difference is in wealth creation vs wealth acquisition, meaning production vs acquisition from another person. Farming is better of all because it gives best results in terms of quantity. Farming has the best ROI, 1 seed sowed can earn at le

Kake di Hatti Legacy Gajiabad

 

पांच रस Jain

जैन धर्म के मुताबिक, रस पांच तरह के होते हैं: चर्परा, कडुवा, कषायला, खट्टा, मीठा जो रस नामकर्म है वह पाँच प्रकार का है - तिक्त नामकर्म, कटुकनामकर्म, कषायनामकर्म, आम्लनामकर्म और मधुर नामकर्म। ये रस के मूल भेद हैं, वैसे प्रत्येक (रसादि के) के संख्यात असंख्यात और अनंत भेद होते हैं। कसैला:  कषाय स्वादवाला। जिसमें कसाव हो। जिसके खाने से जीभ में एक प्रकार की ऐंठन या संकोच मालूम हो। जैसे, आँवला, हड़ बेहड़ा, सुपारी आदि। कसैली वस्तुओं के उबालने से प्रायः काला रंग निकलता है। रस छह होते हैं या पांच? एक दूसरी मान्यता है जिसमें कहा गया है कि रस की संख्या छह है। इसमें उपर्युक्त पांच रस तो है हीं, साथ में लवण को भी एक रस माना गया है। पर ऐसा नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि लवण अम्ल और कटुक को मिलाकर बनाया जा सकता है। यानी कि वह मूल रस नहीं है। Five tastes (Ras) Pungent (Tikta) Bitter (Katuka) Astringent (Kashaya) Acid (Amla) Sweet (Madhura)

Jaipur Diaries | LMB history

Critical path method CPM

Example: I will be giving you a rea v glthe  life example. I was working for my client in US. There I had to do funds work.  I was involved in fund merger and acquisition data grid validation. There I had to find any outliers in the fund grid. This was based on SQL queries. Also I had to prepare reports after each step.  The steps: 1) import the raw grid received from business  2) after successful import run pre investment scenario to get a report of contracts invested in the retiring funds  3) schedule merger reallocation transaction on each contract having investments in the retiring funds 4) run batch to execute the transaction  5) run post investment scenario to validate that all the contracts are now invested in the new fund. Hence, 1 2 3 4 to 5 is the critical path, i.e the longest path  But, the task could also be completed with what is called the driving path i.e, 1 3 and 4 lies in the driving path.

B.Ed vs NET in 2024 | Which is better for getting job earlier

If you want to make a career in teaching at the school level and your focus subjects are pedagogy and classroom management, then B. Ed is the right choice. If you aspire to teach at the college level or want to pursue a research career, then you can take the UGC NET exam. Permanent Job : B.Ed degree holders would get a permanent job early rather than UGC NET Qualified. After passing the BEd degree, a candidate will have to qualify for CTET exam and then he can apply in any school. As per UGC norms, after qualifying for NET examination a candidate should have PhD degree to secure a job in College. Vacancies : Central and State governments release every year in some thousands of teaching vacancies in schools, B.Ed candidates will get jobs earlier than UGC-qualified candidates. In colleges and universities, assistant professor vacancies for UGC qualified have been released in some tens. Salary : UGC NET qualified candidates will get a higher salary than BEd qualified. As the candidate cle

Tamas Samta hoye Haiku Acharya Shri

दृष्टि पल्टा दो, तामस समता हो, और कुछ ना आचार्य श्री विद्यासागर जी   अर्थात : तामस और समता, एक दूसरे को पलटाने से, यानि अंधकार में समता रखूं कैसे समता रखूं ? दु:खों में सुख खोजें प्रतिकूलता में अनुकूलता ढ़ूढ़ें बुराई में अच्छाई देखें विपत्ति में संपत्ति देखें मुनि श्री प्रमाणसागर जी हायकू भावार्थ  तामस का मतलब अंधकार एवं समता का तात्पर्य शत्रु मित्र,सुख दुःख,लाभ अलाभ और जय पराजय में हर्ष विवाद नहीं करना एवं समभाव रखना ही होता है। अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि तामस और समता को एक दूसरे को पलटने से अंधकार में समता भाव रखना यानी अपनी द्वष्टिकोण को बदलना होगा। समता भाव रखने के लिए दुखों में सुख खोजना प़तिकूलता में अनुकूलता ढूंढना, बुराई में अच्छाई देखने का प्रयास एवं विपत्ति में संपत्ति देखना चाहिए। अतः जीवन में हर एक मामले में समता का भाव रखना आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है। हायकू जापानी छंद की कविता है इसमें पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर है। यह संक्षेप में सार गर्भित बहु अर्थ को प्रकट करने वाली है। कहते हैं दृष्टि के बदलने से सृष्टि बदल ज

Chinta Chita Saman | चिंता से चतुराई घटे

चिंता ते चतुराई घटे, दु:ख से घटे शरीर। लोभ करन लक्ष्‍मी घटे, कह गये दास कबीर।। चिंता से चतुराई घटे,  घटे रूप और ज्ञान,  चिंता‌ बड़ी अभागिनी,  चिंता चिता समान,  तुलसी भरोसे राम के, निश्चिंत होई के सोए,  अनहोनी होनी नहीं, होनी होए सो होए। Chinta Chita Saman in english  Chinta se ghate chaturai, Dukh se ghate sharir, Lobh se ghate laxmi, Kah gaye das Kabir. Chinta se chaturai ghate  ghate rup aur gyan  chinta badi abhagini  chinta chita saman  tulsi bharose ram ke nischint hoyi ke soye  anhoni honi nahi honi hoye so hoye! चिंता से चतुराई घटे meaning in Hindi  भावार्थ: कहा भी गया है चिता जलाए मानव लाश चिंता करती जीवन नाश। यह दोहा आपको याद दिलाने के लिए है कि चिंता करने से आपकी बहुत हानि है। मैंने अपने जीवन में भी है अनुभव किया है। चिंता करने से वजन कम हो जाता है। चिंता एक दीमक के समान है जो शरीर की भी क्षति करती है। चिंता करने से दिमाग की भी क्षति होती है। इससे बचने के लिए व्यक्ति को कम से कम भावना योग तो करना ही चाहिए। अनहोनी होनी नहीं meaning अनहोनी होनी नहीं का मतलब है कि हम अक्सर कहते

Have a spine quote meaning

We say show some backbone to mean show some courage show some spine, have some spine, or grow a spine. All of these phrases mean stop being a coward. It means that you have a high degree of emotional strength and that you are able to stand on your own two feet without relying on other people for support. It is a very positive character trait. Example: She finally grew a backbone and left the abusive relationship she was involved in.

Subah Savere Lekar Tera Naam Prabhu, Karte Hain Hum Shuru Aaj Ka Kaam Prabhu । Shuddh Bhav Se Tera Dhyan Lagayen Hum

सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु, करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु । सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु, करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु । शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाएं हम, विद्या का वरदान तुम्हीं से पाए हम । शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाएं हम, विद्या का वरदान तुम्हीं से पाए हम । हाँ, विद्या का वरदान तुम्हीं से पाए हम। तुम्ही से है आगाज़ तुम्हीं से अंजाम प्रभु, करते है हम शुरु आज का काम प्रभु । सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु, करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु । गुरुओं का सत्कार कभी न भूले हम, इतना बनें महान गगन को छू ले हम । गुरुओं का सत्कार कभी न भूले हम, इतना बनें महान गगन को छू ले हम । हाँ, इतना बनें महान गगन को छू ले हम । तुम्हीं से है हर सुबह तुम्ही से शाम प्रभु, करते है हम शुरु आज का काम प्रभु । सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु, करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु । सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु, करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु । सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु - प्रार्थना (Subah Savere Lekar Tera Naam Prabhu) Hinglish  Subah S

Bina chilke ki moong dal

बिना छिलके वाली मूंग की दाल कैसी दिखती है?  हल्की पीली, तुअर दाल से छोटे दाने 

वैराग्य-भावना | beej rakh fal bhog

पं. भूधरदासजी कृत बीज राख फल भोगवै, ज्यों किसान जगमाहिं त्यों चक्री सुख में मगन, धर्म विसारै नाहिं ॥ इहविध राज करै नर नायक, भोगे पुण्य विशालो सुख सागर में रमत निरन्तर, जात न जान्यो कालो ॥ एक दिवस शुभ कर्म संयोगे, क्षेमंकर मुनि वन्दे देखि श्रीगुरु के पद पंकज, लोचन अलि आनन्दे ॥१॥ तीन प्रदक्षिण दे सिर नायो, कर पूजा थुति कीनी साधु समीप विनय कर बैठ्यो, चरनन में दिठि दीनी ॥ गुरु उपदेश्यो धर्म शिरोमणि, सुन राजा वैरागे राज-रमा-वनितादिक जे रस, ते रस बेरस लागे ॥२॥ मुनि सूरज कथनी किरणावलि, लगत भरम बुधि भागी भव-तन-भोग स्वरूप विचार्यो, परम धरम अनुरागी ॥ इह संसार महा-वन भीतर, भ्रमते ओर न आवै जामन मरण जरा दव दाझै, जीव महादु:ख पावै ॥३॥ कबहूँ जाय नरक थिति भुंजै, छेदन-भेदन भारी कबहूँ पशु परजाय धरै तहँ, वध-बन्धन भयकारी ॥ सुरगति में पर-सम्पत्ति देखे, राग उदय दु:ख होई मानुषयोनि अनेक विपत्तिमय, सर्व सुखी नहिं कोई ॥४॥ कोई इष्ट-वियोगी विलखै, कोई अनिष्ट-संयोगी कोई दीन दरिद्री विगुचे, कोई तन के रोगी ॥ किसही घर कलिहारी नारी, कै बैरी-सम भाई किसही के दु:ख बाहिर दीखै, किस ही उर दुचिताई ॥५॥ कोई पुत्र बिना नित झूरै,

How to provide better customer experience? Need of customer experience?

What is the necessity of providing a better customer experience? If you want customer engagement , then you should consider providing a better customer experience. If you want a customer to revisit your store, then start providing a better customer experience. The customer is the king. You have to delight the customer to grow your business. Famous fashion designer Sabyasachi Mukherjee says, "our business is 1 per cent product and 99 per cent experience." How to provide a better customer experience? Don't bully your customers. Don't pressurize your customers into buy anything from you. Be humble towards your customers. Make them comfortable first. Show your merchandise by unfolding everything. This is the only work you can do with your hands before the customers.  However sad you are, do not display anger towards the customers. Never humiliate your customers. Tolerate. Speak shortly and sweetly. Do not react quickly. Keep good quality products only. Do not spoil your i

How to Practice Morality in Business? Which business should entrepreneurs avoid?

3 Tips to incorporate Righteousness in your Business. Your Business Should not Harm any Living Organism Killing in a business does not last for long. It will release its reverse effects. And when it does, nobody will help you. Business of non-vegetarian items, pesticides and brewery should be prohibited. Great startups focus on helping society by solving problems. Non-vegetarian does not reduce problems. Instead, it increases them. Incurable diseases, global warming and pesticide resistance are some harmful effects of animal cruelty. You should not help any such violent businesses, directly or indirectly. Your Business should not Exploit Anyone As an owner, you should not exploit your employee. As an employee, you should not exploit your employer. As a business agent, you should not exploit the innocent.   As a civilized citizen, have sympathy with others. Don't become a thief in anybody's eyes. Practice Ethics and Authenticity in Business Business with honesty thrives. Busine

The best financial advice ever | Lessons on economics from the wealthiest

Money is a tool. Nothing more, nothing less.  Tom Ferry Money in the hands of the right person thrives. In the hands of the wrong person, it becomes devastating. The Best Financial Tips Taken From the Wealthy The financial tips in this post will help you not only to become rich, but wealthy. These are the well-researched tips taken from wealthy men. Save and invest in good causes. What is a good cause? The cause that is a boon to you and others, is an example of a good cause. Invest in your dreams. The dreams that would benefit you and your dependents.   Do not buy anything for the sake of showing off. I can recall an example of Monica Geller of Friends TV series. She buys $100 shoes only to show off. After wearing them she realizes that the shoes are very uncomfortable. In the end, she had to confess, "the shoe bite." Do not purchase liabilities with what little you have. I have seen people who often spend money to buy a car and, they would seldom use it.  Maintain in

Story of the youngest billionaires of India: Turakhia brothers

The secret of the Turakhia brothers' success lies in the fact that they got interested in computers very early in their life. That they got their vision and acted upon it very soon.  Turakhia brothers have started from domain registration business and pivoted it to advertisement business. The beginning of the internet is a domain name and, its end is an advertisement. What more is the internet other than domain registration and advertisement? Nothing. YouTube, Facebook, Instagram, even Google, are all domain names. You sell or resell them, you make a commission.  The time was when the internet was very new. The Turakhia brothers took ICANN permission/license to sell domain names. Bhavin was 18 and Divyank was 15 years old when they started Directi. When other students of Bhavin's age were hoping for good grades in exams, Bhavin has dropped out of college and started his first multi-million dollar company. Turakhia brothers did not stop there. They started another company, just

The making of Munshi Premchand

My life is a level plain. There are pits here and there but no cliffs, mountains, deep ravines, jungles, or ruins. Gentlemen who have the taste for mountaineering will be disappointed here In April 1934. A Hindi writers conference was held in Delhi. Premchand was nominated Chairman of the fiction section. He was now at the height of his fame, but, made no special demands on the organizers. In the words of Jainendra Kumar, the eminent Hindi novelist, "he came and stayed like everyone else: getting a camp-bed in the dormitory along with many others." Everyone speak of only one thing: the utter simplicity of the man. There was nothing false about him: he was as he was. If there was anything he really hated, that was affectation.   Premchand was born on July 31, 1880, in a village called Lamahi, 4 miles from Banaras. His mother died when Premchand was only 8.  Early life of Premchand Navab or Dhanpat, as the boy was then called, seems to have stored up the experiences subconscio

Stories and moral of The richest man in Babylon (finance classic)

The richest man in Babylon is for those who find economics lessons difficult to learn. This book consists of economics lessons with stories. That is why this book is very easy to understand. The richest man in Babylon was written in 1926 by George Clason. The Story of Algamish and Arkad Arkad was scribe labour. Algamish was a money lender. One day Algamish came to Arkad and offered him a scribe work. Meanwhile, Arkad asked him the secret of his wealth. Algamish replied, Part of all I earned was mine to keep. Whatever I earn I save 10% of it. Each gold coin you save is a slave for you. The gold coin (slave) would earn copper for you, which are its children. These children will also work and earn for you. Arkad obeyed the advice. He decided to save and invest 10% of his income regularly . Initially, he invested over Azmur, the brick maker. Azmur wanted to start the business of Phoenician jewels. Due to lack of knowledge about jewels, Azmur was tricked and Arkad's money went with it.